Cibil Score ऐसे जाएगा 730 के पार, लोन देने से किसी का बाप भी नहीं कर सकता मना
Yojana Newz, New Delhi, Cibil Score Update : जब भी कोई बैंक लोन देता है तो सबसे पहले वह Cibil Score चेक करते हैं. अकसर हम देखते हैं कि कई लोगों का सिबिल स्कोर कम-ज्यादा या फिर मिडिल रेंज तक होता है.
लेकिन, जब लोन लेने जाते हैं तो उस समय क्या आपने कभी सुना है कि किसी का सिबिल स्कोर मीटर अभी तक चालू ही न हुआ है, आपने ऐसा बहुत ही कम सुना होगा. लेकिन ऐसा भी होता है. इसे Minus Cibil Score के रूप में भी जाना जाता है.
हम इसे जीरो सिबिल स्कोर भी कह सकते हैं. माइनस सिबिल स्कोर उस समय होता है, जब व्यक्ति ने कभी बैंक से न तो कभी कोई लोन लिया हो और न ही कभी क्रेडिट कार्ड का कभी यूज किया हो. ऐसे में बैंक के पास ग्राहक के रीपेमेंट को लेकर किसी तरह की हिस्ट्री क्रिएट नहीं होती है। जिसके कारण आपका सिबिल स्कोर माइनस में चला जाता है।
माइनस सिबिल स्कोर का ये है नुकसान -
क्या आपको पता है कि माइनस में सिबिल स्कोर होने से आपको क्या नुकसान हो जाता है? इसको लेकर बैंक की एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि सिबिल स्कोर से ही ग्राहक की विश्वसनीयता को परखा जाता है.
जब उसकी सिबिल स्कोर हिस्ट्री ही नहीं होगी, तो बैंक को ये कैसे पता चलेगा कि ये ग्राहक लोन का रीपेमेंट समय पर करेगा या नहीं. ग्राहक पर भरोसा किया जाए या नहीं, इसको लेकर बैंक के सामने असमंजस की स्थिति होती है. जिस कारण से बैंक किसी व्यक्ति को लोन नहीं देता है।
आय अच्छी है तो सिबिल स्कोर रहेगा ठीक -
अब आपके मन में ये सवाल है कि माइनस में सिबिल स्कोर होने के कारण आपको लोन मिलेगा या फिर नहीं। ऐसे में बैंक आपकी आय को देखने वाला है। जिसमें आपकी आय के स्रोत, उसकी शैक्षणिक योग्यता को भी को देखा जाता है. मानों की कोई व्यक्ति डॉक्टर है या फिर सीए या किसी उच्च पद पर तैनात है, तो उसकी क्रेडिट हिस्ट्री न होने पर भी उसको लोन मिलने वाला है क्योंकि उनकी आय काफी अच्छी होती है.
वहीं अगर आप किसी भी पद पर तैनात नहीं हैं तो आप अपने आर्थिक स्थिति को दिखाने के लिए बैंक से कई सालों तक की स्टेटमेंट को ले सकते हैं। जिसके बाद आपको अपने सभी बिल समय पर चुकाने पड़ते हैं। अगर आप बैंक में अच्छे से लोन चुकाते हैं तो आपका सिबिल स्कोर अच्छा होने वाला है।
ऐसे बढ़ा सकते हैं सिबिल स्कोर -
आप अपने बैंक से क्रेडिट कार्ड लें और उससे पेमेंट करना शुरू कर दें। जिससे आपका खाता रेगुलर हो जाएगा। आप अगर अपने खाते का लोन समय पर चुकाते हैं तो आपका सिबिल स्कोर अच्छा रहने वाला है। अगर आप बैंक में FD करवाते हैं तो भी आपका सिबिल स्कोर अच्छा हो सकता है। आप ऑवरड्राफ्ट करके FD को निकाल सकते हैं। ऐसे में आपका सिबिल स्कोर बढ़ने वाला है।